July 27, 2013

मेरा लेखन

मेरा लेखन
देख काँपता पेड़
सोचे, कटूँगा

-रामनिवास बांयला
[फेसबुक केन्द्रीय विद्यालय समूह से]

1 comment:

विभा रानी श्रीवास्तव said...

उम्दा हाइकु
बहुत ही बढ़िया
शुभकामनायें