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October 9, 2013

आसमान ने

आसमान ने
डाले तारों के हार
घरों के गले

-उर्मिला कौल
[हाइकु 1889 से ]

August 26, 2012

चौथ का चाँद


चौथ का चाँद
सौत की हंसुली–सा
खुभा दिल में।

-उर्मिला कौल
[हाइकु-१९८९ से साभार]

September 10, 2011

शीतल तरु

शीतल तरु
झाड़ रहे अंगार
अमलतास ।

-उर्मिला कौल

September 4, 2011

नदिया चली

नदिया चली
मरु-आँगन फँसी
भोली नादान ।

-उर्मिला कौल
(हाइकु पत्र-6, मई-1979 से )

पियरी पहन

पियरी पहन
मुस्करायी धरा
पधारे ऋतुराज ।

-उर्मिला कौल
( हाइकु पत्र-5, मई-1979 से)

August 7, 2011

उकडूँ बैठी

उकडूँ बैठी
शर्मसार पहाड़ी
ढूँढ़ती साड़ी ।

-उर्मिला कौल

June 6, 2011

शीतल तरु

शीतल तरु
झाड़ रहे अंगार
अमलतास

-उर्मिला कौल
( साभार हाइकु 1989 )